फोफलिया से आदिवासी दिवस पर निकाली रैली, चौराहे का नाम हुआ बिरसा मुंडा

विनोद सांवला

2024-08-11

हरवार। 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस के उपलक्ष में आदिवासी वर्ग द्वारा क्षेत्र में अनेक कार्यक्रम आयोजित किए गए इसके तहत गांव फोफलिया मैं विश्व आदिवासी दिवस के ऊपर गांव के मुख्य चौराहे पर आयोजन हुआ जहां क्षेत्र के आदिवासी एकत्रित होकर चौराहे का नाम बिरसा मुंडा चौराहा रखा गया यहां बिरसा मुंडा के नामकरण का बोर्ड लगाया गया पंचायत के सरपंच प्रतिनिधि देवेंद्र जाट ने लोकार्पण किया इस अवसर पर से सैकड़ो की तादाद में ग्रामीण जन मौजूद रहे। यहां से आदिवासी समाज के महिला पुरुष बच्चे आकर्षक वेशभूषा में सजे धजे रहे । आदिवासी दिवस पर आए मेहमानों के लिए चाय पोहा नाश्ता की व्यवस्था की गई।गांव फोफलिया से वाहन रैली हरवार,जीरन होते हुए नीमच पहुंची ।जहां नीमच के मुख्य मार्गो से रैली निकाली जो शबरी आश्रम पर पहुंचकर एक सभा में परिवर्तित हुई यहां आए गणमान्य सामाजिक लोगों ने विश्व आदिवासी दिवस के ऊपर प्रकाश डाला समाज में फैल रही कुरितियों को रोकने का प्रण लिया आदिवासी समाज में शिक्षा व समाज सुधार पर बल दिया गया।

9 बहनों के इकलौते भाई के परिवार का सहारा बने ट्राइबल एंप्लॉय फेडरेशन व आदिवासी परिवार

प्रतापगढ़। ग्राम पंचायत जवाहर नगर में विगत दिनांक 14 फरवरी 2024 को माड़वी में सड़क दुर्घटना में रामचन्द्र s/o लालजी कलासुआ का 9 बहनों का इकलौता भाई का सड़क हादसे में निधन हो गया जिसमे ग्राम पंचायत जवाहर नगर के ट्राइबल एंप्लॉय फेडरेशन (आदिवासी कर्मचारी संघ) और मन्नारे रामचन्द्र के मित्रो के सहयोग से कुल राशि (42920 रुपए)बियालीस हजार नौ सौ बीस रुपए इकठ्ठे करके मन्नारे के पिता जी और परिवार की उपस्थिति में राशि सौपी गई। इस दौरान Tef प्रदेशउपाध्यक्ष लक्ष्मीनारायण परमार, जिला कार्यकारिणी नानूराम हरमोर, tef ब्लॉक अध्यक्ष दिनेश कलासुआ, निरसार अहारी tef मिडिया प्रभारी गोविन्द बुज, चेतन वडेरी, सरपंच प्रतिनिधि अश्विन परमार, vcc प्रभारी सन्तोष अहारी, प्रवीण अहारी, अमृतलाल, बाबूलाल, मनराज, हरीदेव, देवीलाल, हरिश, मुकेश, लोकेश, मोहन, मनीष, सुनील एवं समस्त ग्राम वासी जवाहर नगर के उपस्थित रहे।

प्रतापगढ़ जिले का ग्रामीण इलाका आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं पीपल खूंट पंचायत समिति का गांव खोरापाडा अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है

पीपलखूंट। भारत देश आजाद हुए 77 साल हो गए हैं किन्तु प्रतापगढ़ जिले का आदिवासी क्षेत्र आज भी वही का वही खड़ा है और अपने साथ हो रहे भेदभाव का जहरीला घूंट पीने को मजबूर हैं। यह जिक्र अनिवार्य है कि प्रतापगढ़ जिले की पंचायत समिति की ग्राम पंचायत महूवाल का गांव खोरापाडा तो इतना पिछड़ा हुआ है कि यहां के वाशिंदे आज भी मूलभूत सुविधाओं से कोसों दूर अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है और सरकार की ओर एक टक लगाए सतत् देख रहा है कि कब उनके गांव में प्रशासनिक अधिकारी आए और यहां का विकास ऐजेंडा बनाए और इस गांव को प्राथमिकता के साथ सहूलियतें प्रदान करें किंतु लगता है उनका यह दिवास्वप्न ही बनकर रह गया है । ज्ञात रहे गांव खोरापाडा में 24 अगस्त की दरमियानी रात में सुखलाल की पत्नी बाबरी बाई का अचानक स्वास्थ्य बिगड़ गया तो उन्हें खाट पर लिटाकर 1 किमी दूर लोगों ने कंधे पर उठाकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया जहां उनका उपचार किया गया अगर थोड़ी देर और हो जती तो उसका जीवन खतरे में पड़ सकता था। इस क्षेत्र में सड़क पानी बिजली और स्वास्थ्य सेवाओं से कोसों दूर लोग अपना जीवन यापन कैसे कर रहे इस बात से राजनेताओं को क्या फर्क पड़ता है वह तो चुनाव आते हैं और बरसाती मेंढक की तरह अपना रंग बदलते हैं और चुनाव प्रचार के दौरान लोगों को दिवास्वप्न दिखाकर चुनाव जीत जाते हैं और बाद में लौटकर भी नहीं देखते हैं और जनता को बदहाली जीवन जीने पर मजबूर कर देते हैं। अगर यही हाल रहा तो आने वाले चुनाव में यहां की जनता चुनाव का बहिष्कार करेगी और किसी भी राजनीतिक दल के नेता को क्षेत्र में घुसने नहीं देगी।

कटटरवाद को जड़ से मिटा देंगे....सूफी कौसर हसन मजीदी चैथा राष्ट्रीय अधिवेशन उज्जैन में सम्पन्न

प्रतापगढ़। राष्ट्रीय सुफी खानकाह ऐसोसिएशन का चैथा राष्ट्रीय अधिवेशन उज्जैन मंे आयोजित हुआ। जिसमें देशभर से खानकाह एसोसिएशन के सुफीसंत शामिल हुए। अधिवेशन में राष्ट्रीय अध्यक्ष सुफी कौसर हसन मजीदी, उपाध्यक्ष बाबा हक्कानी मलंग, राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष खालीद नकवी राष्ट्रीय प्रवक्ता गफीर सागर चिश्ती समेत कई पदाधिकारी मौजुद रहे। कार्यकम की अध्यक्षता राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बाबा हक्कानी मलंग ने की मुख्य अतिथि मीरादातार खानकाह के सज्जादा नशीन एवं राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष खालीद नकवी थे। अधिवेशन मंे मुख्य रूप से वक्फ विधेयक और दरगाह परिषद के संबंध में सुफी खानकाह एसोसिएशन राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष पीर सूफी सय्यद खालिद नकवी अल हुसैनी ने बताया किए भारत सरकार द्वारा लाए गए वक्फ विधेयक का सूफी खानकाह एसोसिएशन स्वागत करते हुए सरकार से मांग करता है कि सरकार प्रस्तावित विधेयक में सूफी वक्फ संपत्तियों के संरक्षण हेतु उचित कदम उठाये और वक्फ की निरंकुश शक्तियों पर अंकुश लगाए। उन्होंने कहा कि एक सुनियोजित साजिश के तहत वक्फ बोर्डो में बैठे वहाबी देवबंदी अहले हदीस विचारधारा के लोग जो सुफी सुन्नी मुसलमानों से हद दर्जे की नफरत करते हुए मजारों को पड़ी मूर्ति कहते हुए सूफियों को काफिर मुषरिक बताते हैं, और उन्हीं की दरगाहों और खानकाहों पर कब्जे करते हैंए ताकि मुस्लिम ब्रदरहुड सियासत को परवान चढ़ा सकें। जैसे प्रमुख बिन्दूओं पर चर्चा की। इस मौके पर सूफी खानकाह एसोसिएशन राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सूफी शाह सय्यद जियारत अली हक्कानी मलंग ने कहा कि, देश भर में लगातार कट्टरपंथी शक्तियां हावी हो रही हैं, एक तरफ धार्मिक मंचों से सूफी बुजुर्गों की तौहीन करके तो दूसरी तरफ पैराम्बरे इस्लाम हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम की शान में गुस्ताखी करके सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है, जिससे सूफी खानकाह एसोसिएशन अत्यधिक चिंतित है। उन्होंने कहा कि सांप्रदायिक उन्माद न सिर्फ हिंसक वातावरण तैयार करता है बल्कि इससे विकास की गति भी धीमी होती है, साथ ही ऐसी घटनाओं से विदेशों में देश की छवि खराब होती है, उन्होंने कहा कि सूफी खानकाह एसोसिएशन देश भर में हिंदू मुस्लिम एकता को मजबूत बनाने की दिशा में कार्य कर रहा है। और हम इस कार्यक्रम को और मजबूती के साथ देश भर में आगे बढ़ाएंगे। एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि हमारी राष्ट्रवादी विचारधारा औरए कट्टरपंथी शक्तियों के विरोध करने के कारण इन शक्तियों द्वारा सूफी खानकाह एसोसिएशन के पदाधिकारियों पर अक्सर जानलेवा हमले किए जाते हैं सूफी खानकाह एसोसिएशन सरकार से सभी वरिष्ठ पदाधिकारियों की सुरक्षा की मांग करता है। सूफी खानकाह एसोसिएशन राष्ट्रीय सचिव शेख मोहम्मद शफीक बाबा लाल शाह कादरी ने कहा कि सूफी खानकाह एसोसिएशन देश भर में हिंदू मुस्लिम एकता और भाईचारे को बढ़ाने वाले कार्यक्रम आयोजित कर रहा है, उन्होंने कहा कि उनके द्वारा लगातार सूफी खानकाह एसोसिएशन के इस अभियान को सार्थक बनाने के लिए देश भर की दरगाहों और खानकाहों में पहुंचकर हिंदू मुस्लिम एकता की अपील की जा रही है, सूफी खानकाह एसोसिएशन राष्ट्रवादी विचारधारा और राष्ट्रीय एकता के लिए लगातार संगठन विस्तार कर रहा है और संगठन को और अधिक विस्तार देने की योजना बनाई जा रही है। इस मौके पर सूफी संत रफीक बाबा मलंग, फुकरा मण्डल राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आमीन बाबा मलंग, गुजरात राष्ट्रीय प्रवक्ता सूफी गफीर सागर चिश्ती निजामी, राष्ट्रीय सचिव बाबा लाल शाह कादरी अशरफी उत्तर प्रदेश, राजस्थान, कर्नाटक प्रदेश अध्यक्ष, सूफी मुनव्वर शाह कादरी, मध्य प्रदेश प्रदेश अध्यक्ष, सूफी आरिफ चिश्ती, राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष सुफी इरशाद शेख अबुल उलाई, राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य यूसुफ शाह, राष्ट्रीय कार्यसमिति सूफी शाकिर शफीकी अशरफी साबिर मंसूरी जिला उपाध्यक्ष, रियाज मंसूरी प्रदेश महासचिव, आरिफ मंसूरी जिला सचिव, हारून प्रदेष प्रवक्ता मिडिष प्रभारी मंसूरी, खलील मंसूरी प्रदेश सचिव राजस्थान, उबैद सागर, कय्यूम सागरी वसीम सागरी अयूब बापू, जाकिर बाबा, अकरम लाला बबलू भाई, अल्ताफ बाबा, वाजिद बाबा, व मालवा जमात फुकरा मण्डल के लोग मौजूद रहे।

लेबर हेल्पलाइन द्वारा सहायता शिविर का आयोजन किया

प्रतापगढ़। लेबर हेल्पलाइन प्रतापगढ़ द्वारा मजदूरों के विभिन्न समस्याओं के लिए बालडिया घाट कांनगड़ चौराहे पर शिविर का आयोजन किया गया। लेबर हेल्पलाइन के जिला कोऑर्डिनेटर शांतिलाल मीणा ने बताया कि ग्राम पंचायत कुम्हारियों का पठार, भाट भमरिया, कांनगड़ एवं मध्य प्रदेश सीमा से जुड़े लोग, बांसवाड़ा सीमा से जुड़े लोग शिविर में आए एवं समस्याएं बताई मौके पर उनका परामर्श किया गया। संबंधित ठेकेदारों, अधिकारियों से बातचीत की मौके पर समस्या समाधान करने की कोशिश की. विशेष करके प्रवासी मजदूरों द्वारा समस्याएं बताई गई जिसमें सूरत,बड़ौदा ,जोधपुर ,भीलवाड़ा, करौली नेपाल आदि जगह पर काम करके आए व्यक्ति निर्माण कार्यों में पीड़ित थे तो कोई बोरवेल मशीनों पर काम करके आए, विभिन्न कंपनियों में काम किए हुए लोग उपस्थित हुए एवं उनकी समस्या को पंजीकृत किया गया। नेपाल में बोरिंग मशीन पर काम करके आए लोगों का ठेकेदार ने पेमेंट नहीं दिया ऐसा मामला भी सामने आया नेपाल में काम करने गए लोग स्थानीय एजेंट के माध्यम से काम करने गए थे फोन को पेमेंट भी नहीं दिया टालमटोल किया एवं आनाकानी कर रहा है ठेकेदार। महात्मा गांधी रोजगार गारंटी के अंतर्गत 2021,22 ,23सत्र के दौरान मेटो द्वारा काम किया गया उनको अभी तक पेमेंट नहीं मिला है पीड़ित मेटो द्वारा शिकायत दर्ज करवाई। समस्याओं के पंजीकरण के पूर्व उपस्थित प्रतिभागियों की लेबर हेल्पलाइन की जानकारी के लिए मीटिंग की गई मीटिंग में फ्लिपबुक एवं साहित्य के माध्यम से हेल्पलाइन की सारी जानकारी दी गई। ग्राम पंचायत कानगढ के सरपंच गोवर्धन मीणा एवं कुम्हारियों के पठार के सरपंच बापू लाल मीणा ने शिविर में उपस्थित लोगों को हर समय मदद के लिए कहा, आगामी समय में पंचायत में श्रमिक कार्ड बनाने एवं मजदूरों की समस्या समाधान के लिए शिविर आयोजन के लिए भी सरपंचों ने हेल्पलाइन को अवगत कराया। शिविर में समस्या समाधान के लिए पैरालेगल वालंटियर रमेश निनामा, उदयलाल बंजारा, भेरूलाल मीणा एवं सामाजिक कार्यकर्ता राधा कृष्ण, श्यामलाल आदि उपस्थित रहे।

भीम सैनिकों ने किया ऐतिहासिक बंद सफल,जय भीम नारों से गूंज उठा प्रतापगढ़,आरक्षण में क्रीमीलेयर का भारी विरोध

प्रतापगढ़। अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति संयुक्त संघर्ष समिति ने आरक्षण में सुप्रीम कोर्ट क्रीमीलेयर लागू करने के फैसले के विरोध में प्रतापगढ़ जिला भीम सैनिकों द्वारा ऐतिहासिक शांतिपूर्वक बंद सफल रहा l बंद के दौरान आवश्यक सेवाएं मुक्त रखी गई तथा जिले के अंदर पहले तो तहसील क्षेत्र में शांतिपूर्वक बंद रखा गया उसके बाद अरनोद के भीम आर्मी कार्यकर्ताओं ने मोटरसाइकिल से रैली निकालते हुए प्रतापगढ़ जिला मुख्यालय पर डाक्टर भीमराव अंबेडकर सर्किल पर पहुंच कर प्रतिमा पर माल्यार्पण किया उसके बाद एकत्रित होकर विरोध स्वरूप रैली निकाल कर कलेक्ट्रेट पर सभा की गई जहां सभा को संबोधित करते हुए भीम वक्ताओं ने एससी एसटी एकता दिखाई आंदोलन को देखते हुए जिला कलेक्टर अंजली राजोरिया एवं पुलिस अधीक्षक लझमण दास ने पल-पल की निगरानी रखते हुए अपनी पैनी नजर बनाए रखीl तथा जिले भर में जगह-जगह पुलिस तैनात की गई थी बंद के दौरान अनेक सामाजिक संगठनों का भरपूर समर्थन मिला इस दौरान अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति के प्रतिनिधियों ने अतिरिक्त जिला कलेक्टर विनय पाठक को 10 सूत्री मांग का प्रधानमंत्री एवं राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सोपा इस अवसर पर अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति समाज के जिले में कोने-कोने से आए हजारों की संख्या भीम आर्मी कार्यकर्ताओं मौजूद रहे इस अवसर अनुसूचित जाति जनजाति संयुक्त संघर्ष समिति अध्यक्ष धनराज मीणा गोरधन बौद्ध,सुरेन्द्र मेघवाल,पुरुषोत्तम बौद्ध, परमेश्वर, लोकेश मीणा, गोपाल डॉक्टर परमेश्वर केलाश एससी एसटी अनुसूचित जाती जनजाति सयुक्त संघर्ष समिति के सदस्य भी मोजूद थे।