2024-08-27
प्रतापगढ़। जिला चिकित्सालय की अदूरदर्शिता के कारण एक महिला का प्रसव बाहर गेट पर ही हो गया, महिला का अत्यधिक रक्तस्राव के कारण अन्य महिलाओं के सहयोग से उसे स्ट्रेचर पर लिटाकर शिशु वार्ड में पहूंचाया गया तब तक नवजात बच्चे की मृत्यु हो गई थी। घटना 26 अगस्त की शाम की है जबकि चिकित्सा अधिकारियों ने महिला को उदयपुर रेफर करने की बात कही गई जो सरासर उनकी गलतियां को छुपाना दर्शा रहा है। जिला चिकित्सालय में आए दिन मरीजों के साथ दुर्व्यवहार होना मरीजों के परिजनों से अवैध पैसों की मांग करना पैसे नहीं देने की स्थिति में मरीजों का उपचार नहीं करना और उनके परिजनों के साथ दुर्व्यवहार करना आम बात हो गई है। इतना सबकुछ जिला मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी की नाक तले हो रहा है उन्हें भनक भी नहीं लगे यह शायद विचारणीय प्रश्न है?
जिला चिकित्सालय में अव्यवस्थाओं को भील प्रदेश मुक्ति मोर्चा के संयोजक बद्रीलाल भगोरा के नेतृत्व में अनेक कार्यकर्ताओं ने जिला धीश अंजलि राजौरिया को एक ज्ञापन 27 अगस्त को जिला कार्यालय जाकर सौंपा और जिला चिकित्सालय में हो रही अव्यवस्थाओं और कर्मचारियों की तानाशाही जिले में जांच परीक्षण के मशीनों का अभाव और विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी का हवाला संबंधी ज्ञापन सौंपा है । जिला धीश ने इस मामले पर संज्ञान लेकर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है
वहीं दूसरी ओर जिला चिकित्सालय के मुख्य सी एम एच ओ डॉ. जीवराज मीणा को ए पी ओ कर दिया है बिना तारीख बिना हस्ताक्षर लेटर का आदेश सोशल मीडिया पर जोर-शोर से वायरल हो रहा है।
गौरतलब है कि राज्यपाल के आदेशानुसार निशा मीणा संयुक्त शासन सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य ग्रुप 2 विभाग पंचायत एवं चिकित्सा विभाग ने आदेश जारी कर नियुक्ति यहां कर दी है।
यह जिक्र अनिवार्य है कि यहां जो पदस्थ जिला सी एम एच ओ जीवराज मीणा प्रदेश सरकार में काबीना राजस्व मंत्री हेमंत मीणा के बहनोई है इस कारण उनका रूतबा यहां जिला चिकित्सालय में किसी मिनिस्टर से कम नहीं था।
हमारे संवाददाता ने कुछ मरीजों से चिकित्सालय में जाकर जानकारी हासिल की तो डाक्टर मरीजों को जो दवाई पर्ची देते हैं वह अस्पताल में नहीं मिलती है और पैसे देकर बाहर के मेडिकल से खरीदनी पड़ती है यहां भी डाक्टरों और बाहर के मेडिकल वालों की मिली भगत साफ नजर आ रही है जबकि मरीजों को दवाएं निशुल्क प्रदान की जाती है। राजस्थान में भाजपा की सरकार बनी तो लोगों को आशा की एक नई उम्मीद जगी थी कि जनता की भलाई करने वाली सरकार बनी है तो हमें राहत जरूर मिलेगी किन्तु ढांक के वहीं तीन पात वाली कहावत चरितार्थ होती नजर आ रही है। कुछ लोगों ने अपना नाम नहीं छापने की शर्त पर इस बात का उल्लेख किया है कि इसी साल ग्राम जनपद व जिला पंचायतों के चुनाव होने वाले हैं अगर समय रहते भाजपा सरकार ने जन हितों के लिए काम नहीं किया तो जनता इन चुनावों में उन्हें निपटा देगी।